इंसान के इरादे अगर फौलादी हो तो चुनोतियाँ अपने आप टकरा कर चूर चूर हो जाती है। अमेरिका की एक प्रसिद्ध लेखिका एदिता मॉरिस की एक किताब "लव टू वियतनाम" में एक लाइन है धुन का पक्का इंसान एक बुलडोजर की तरह होता है। वह मार्ग में पड़ने बाली किसी भी बाधा की परबह नही करता। जो किताब के एक पत्र "निशीना शिन्जो" के लिए कही गई है। जो हिरोशिमा में हुए परमाणु विस्फोट में बुरी तरह जख्मी होने के बाबजूद वियतनाम में हो रहे युद्ध पीड़ितों की मदत करता है।
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दरअसल हर इंसान में इंसानी बुल्डोजर बनने की क्षमता होती है,लेकिन उसके लिए फौलादी इच्छाशक्ति होनी चाहिए।और आज बही इच्छाशक्ति सभी देसबसियो को दिखाने की जरूरत है 21 दिन घर पर अपने आप को सबस्थ रखना बहुत बड़ी चुनौती है।इसके लिए घर पर ही मेहनत करे खूब पसीना बहाए। आज हमें किसी निशीना शिन्जो की आवश्यक्ता नही पड़ने बाली। हमे बस अपने आप को सुरक्षित और स्वस्थ रखना है,जिस से सभी अपने आप सुरक्षित हो जायेगे।
आज पूरा विश्व जिस दौर से गुजर रहा है उस मे जरूरत आन पड़ी है इंसानी इच्छाशक्ति की। हम आज एक ऐसे दुश्मन से लड़ रहे है जो दिखाई नही देता। एक ऐसा वायरस जो पता नही किस के शरीर मे है। और जब तक पता लगता है ये हजारो और लोगो तक फैल चुका होता है।ऐसे में एक स्वस्थ व्यक्ति ही इस से लड़ सकता है। जिन लोगो को लगता है कि ये 21 दिन की कहानी है तो सँभल जाए। ये जानलेवा वायरस फिर पलट कर आएगा हमे एक लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना पड़ेगा। घर पर ही स्वस्थ रहने के किये एक्सअसाइज करे। ताकि आपके अंदर वायरस से लड़ने की क्षमता पैदा हो। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ही आपको इस से बचा सकती है।
कोरोना को हराने के लिए हमे आज किसी हथियार की जरूरत नही है जरूरत है तो बस फौलादी इच्छा सकती कि हमे लम्बे समय तक अपने आप को इस महामारी से लड़ने के लिए तैयार करना होगा। 21 दिन बाद भी खतरा बना रहेगा जरा सी लापरबाही हजारो लोगो के काल की बजह बन सकती है। इस महामारी से बच गए तो हार्टअटैक जैसी बीमारियों से जूझना पड़ सकता है। ऐसे में आज से ही वर्क फ़ॉर होम के साथ वर्क फ़ॉर हेल्थ के लिए भी तैयार हो जाओ। अर्थव्यवस्था को सेहत मंद लोगो की जरूरत पड़ने बाली है। इस लिए स्वस्थ रहे सुरक्षित रहे।
1 टिप्पणियाँ
https://reefood.blogspot.com/2020/02/blog-post.html
जवाब देंहटाएंहैलो दोस्तो मेरे आर्टिकल आपको कैसे लगते है मुझे कमेंट कर के जरूर बताएं। स्पैम कॉमेंट ना करें धन्यवाद।