क्या है हिमाचल प्रदेश का कोरोना फ्री मॉडल जिसकी चर्चा आज हर सोशल मीडिया पर हो रही है।
23 मार्च 2020 को अचानक हिमाचल के कांगड़ा जिले को सील कर दिया गया, कारण बाहरी राज्यों से हिमाचल के कांगड़ा में भारी मात्रा में लोगो का घर बापस आना। क्योकि पड़ोसी राज्य पंजाब ने अपने यहां दो दिन पहले कोरोना कर्फ़्यू लगा दिया था। जिसके चलते साथ लगते कांगड़ा जिले में तकरीबन 16 हजार लोग 2 दिन में आए। खतरे को देखते हुए कांगड़ा जिले को सील कर दिया साथ ही सारे कांगड़ा में कर्फ्यू कग दिया जिस से लोगो का घर से बाहर निकलना पूरी तरह से बंद हो गया
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हिमाचल का कोरोना मॉडल
हिमाचल सरकार का कांगड़ा कर्फ़्यू लगाने के बाद दूसरा सबसे बड़ा कम ऐसे लोगो को ढूंढना जो अन्य राज्यो से पिछले 2 दिन में कांगड़ा में प्रवेश हुए थे। क्योंकि उस समय हिमाचल में आने बालो का कोई रिकॉर्ड नही रखा जा रहा था,जरूरत भी नही थी।
Corona Warrior टीमों का गठान
हिमाचल प्रदेश में Corona Warrior टीमों का गठन किया जो पहले से राज्य सरकार में कार्यरत आशा वर्करों, आंगनवाड़ी, और ग्राम पंचायतों के सभी मेंबरों को एक साथ ले कर राज्य भर में बाहर से आये लोगो को घर घर जा कर ढूंढना और उनकी सवस्थय जाँच कर ये सुनिश्चित करना कि उनमें कोरोना के कोई लक्षण तो नही।
होम कोरेन्टीन के सख्त नियम
हिमाचल सरकार ने कांगड़ा में बाहर से आये लोगों को सख्ती के साथ होम कोरन्टीन जो 14 दीन का था पालन करवाया। परिणामस्वरूप जो कुछ लोग कोरोना स्क्रमित थे उनका सक्रमण उनके परिबार तक ही सीमित रह गया जिसको की आसानी से कॉन्ट्रोल कर लिया गया।
25 मार्च सपूर्ण लोकडौन
24 मार्च रात 12 बजे पूरे भारत मे 21 दिन का लोकडौन होते ही हिमाचल में पड़ोसी राज्यो पंजाब हरयाणा और चंडीगढ़ से हजारो की सख्या में लोग आने घर हिमाचल के विभिन्न जिलों में प्रवेश हुए जिनकी पहचान प्रदेश की सीमाओं पर ही सुनिचित कर ली गई। इनकी जानकारी सम्बंदित पंचायतो को दे दी गई जिससे आने बाले लोगो को उनके घरों में ही कोरेन्टीन करने में काफी मदत मिली। कुछ लोगों को राज्य की सीमाओं पर ही 14 दिन इंस्टुयशन कोरेन्टीन किया गया।
हिमाचल में चोरी छिपे आने पर सख्त कार्यबाही
25 मार्च जब सम्पूर्ण भारत मे लोकडौन था हिमाचल ने सारे राज्य में कर्फ्यू लगा दिया किसी भी बाहरी व्यक्ति को राज्य में आने से पहले अपनी पहचान बतानी अनिवार्य कर दिया, साथ ही स्वास्थ्य टीमें सीमा पर ही चेकअप करती कोई भी लक्षण होने पर तुरंत हॉस्पिटल में भेज दिया जाता।
कुछ शरारती तत्वों को ये पसंद नही आया और हिमाचल में चोरी से प्रवेश कर गए जीने बाद में पहचान कर इंस्टुयशन कोर्टिन किया गया और 144 का उलंघन करने पर FIR की गई। जिस से इन घटनाओं पर पूरी तरह रोक लग गई
टेस्टिंग लेव और कोरोना टेस्ट की सख्या में बढ़ोतरी
हिमाचल में कोरोना की टेस्टिंग की सुबिदाओ का विस्तार कांगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज, IGMC शिमला कोसली,मंडी और पालमपुर में 20 दिन के अंदर कर दिया गया जिस कारण कोरोना की टेस्टिंग करने में काफी मदत हुई।
आज हिमाचल प्रदेश में कोरोना के 5 एक्टिव मरीज है,जिनमे कोई भी सीरियस नही है। इस तरह से हम कह सकते है कि हिमाचल कोरोना फ्री होने से बस कुछ कदम की दूरी पर है।
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