कोरोना से बचने का मूल मंत्र जान लीजिए

अब तक के अनुभवों से इतना तो साफ हो चुका है कि कोरोना जल्दी खत्म होने बाला वायरस नही है। हो सकता है हमे साल भर या इस से अधिक का इंतजार करना पड़े। कोरोना की बेक्सिन आने तक, या संपूर्ण कोरोना मुक्त होने के लिए भारतीयों को कोरोना से किस तरह बचना है? उसके लिए हमे अपने लाइफ स्टाइल को बदलना होगा, जिसमे डिब्बा बंद भोजन ,मार्केट में मिलने बाला पैकिंग जंक फ़ूड आदि से परहेज करना होगा।

शहरों में और विकसीत देशों में मौत का बढ़ता हुआ ग्राफ ये साफ संकेत दे रहा है कि सहरी लोगो के लाइफ स्टाइल और खराब खुराक,जंक फ़ूड,रेडीमेड खनना डिब्बों में बंद खाना खराब अम्युनिटी की एक अहम बजह है। 

यदि अपने अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करना है तो इन्ह सभी आदतों में बदलाब कर ताजा घर पर बने खाने की आदत डालनी होगी। 

डाइट में करना होगा बदलाब
आदि भारतीयों को कोरोना महामारी से बचना होगा तो पैकेट बंद भोजन का इस्तेमाल बिल्कुल बंद करना होगा। इन खानों में हानिकारक प्रिजर्वेटिव,तेल,सुगर आदि की मात्रा अधिक मात्रा में होती है। लोगों अपनी डाइट में फल व हरि सब्जियों को शामिल करें। जो लोग मांसाहार का सेवन करते हैं, वे लाल मांस, अंडा व मछली खा सकते हैं। अछि तरह पका हुआ मांस ही खाये।

डाइट में करें बदलाव
भारतीयों को पैकेट बंद खाने का इस्तेमाल बंद करना चाहिए। इसमें चीनी, तेल आदि की मात्रा अधिक होती है इनमे हानिकारक प्रिजर्वेटिव होते है जो सुगर, मोटापा और ह्रदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, आदि गंभीर रोगों को निमंत्रण देते है।अमेरिका में कोरोना से मरने बाले अधिकांश लोग इन सब बीमारियों से पीड़ित पाये गए है। 

क्या खाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े। 
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सबसे पहले घर पर बना ताजा भोजन ले। अपने रोज की डाइट में ताजे फल बह सब्जियों को शामिल करें यदि आप मांसाहारी है तो मांस अंडे मछली का सेबन कर सकते है। ध्यान रखे अछी तरह पकाया हुआ मास ही खाये। बजुर्गो और बच्चों का विषेस ध्यान रखे।

ताली भूनी चीजो से करे परहेज

डायबटीज के मरीजों को कोरोना होने का 10 गुण ज्यादा खतरा है। ऐसे लोगो को रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, अधिक चबल गेंहू से बनने बाला भोजन करने से बचना होगा यदि इसकी अधिक मात्रा ऐसे मरीज लेते है तो नुकसानदेह साबित हो सकता है।

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